
मुंबई महानगरपालिका द्वारा कुआं मालिकों को जारी नोटिस 15 जून तक निलंबित
Apr 12, 2025
मुंबई, । मुंबई में कुओं से बड़े पैमाने पर पानी निकाले जाने के कारण भूजल स्तर में गिरावट आ रही है, महानगरपालिका ने मुंबई में कुआं के मालिकों को नोटिस जारी करना शुरू कर दिया था क्योंकि कुओं और बोरवेल के मालिक पिछले तीन वर्षों से केंद्रीय भूजल प्राधिकरण (सीजीडब्ल्यूए) से अनुमति प्रस्तुत नहीं कर पाए हैं। इस बीच मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई महानगरपालिका को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि मुंबई के नागरिकों को गर्मियों के दौरान पानी की कमी का सामना न करना पड़े। इसके अलावा, केंद्रीय भूजल प्राधिकरण के नियमों के अनुसार, निजी कुएं और बोरवेल धारकों को भूजल निकालने के लिए ऑनलाइन सिंगल विंडो सिस्टम भू-नीर से अनापत्ति प्रमाण पत्र या अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करना आवश्यक है। नागरिकों की कठिनाइयों को देखते हुए केंद्रीय जल संसाधन मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने केंद्रीय भूजल प्राधिकरण प्रशासन को इस प्रणाली को और अधिक सुलभ बनाने तथा इसके बारे में जागरूकता पैदा करने का निर्देश दिया है।
इन दोनों निर्देशों के अनुसार मनपा आयुक्त तथा प्रशासक भूषण गगरानी ने मुंबई महानगरपालिका द्वारा जारी अधिसूचनाओं को 15 जून तक के लिए निलंबित कर दिया है। लेकिन प्रशासन की ओर से यह भी स्पष्ट किया गया है कि कुओं और बोरवेल के साथ-साथ भूजल निष्कर्षण के लिए सभी आवश्यक अनुमतियां प्राप्त करना अनिवार्य होगा। दरअसल केंद्रीय भूजल प्राधिकरण ने नए नियम लागू किए हैं। इन नियमों के अनुसार, सभी कुआं मालिकों को केंद्रीय भूजल प्राधिकरण से अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करना होगा, जिसके अनुरूप मुंबई मनपा ने मुंबई में कुआं मालिकों को नोटिस जारी किया था।
इस नोटिस के बाद टैंकर चालक संघ ने पानी की उपलब्धता में समस्या के कारण हड़ताल कर दी। इन घटनाक्रमों की पृष्ठभूमि में शुक्रवार, 11 अप्रैल को बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री चंद्रकांत पाटिल की अध्यक्षता में मुंबई टैंकर ड्राइवरों और केंद्रीय भूजल प्राधिकरण प्रशासन आदि की उपस्थिति में एक बैठक आयोजित की गई। बैठक में विधायक प्रवीण दरेकर, मुंबई महानगरपालिका की ओर से उपायुक्त (सार्वजनिक स्वास्थ्य) शरद उधे, कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.दक्षा शाह, कीटनाशक अधिकारी चेतन चौबल और संबंधित एजेंसियों के अन्य अधिकारी उपस्थित थे। इस अवसर पर केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री पाटिल ने टैंकर चालक संघ के विचार सुने। सभी संबंधित अधिकारियों ने प्रशासनिक जानकारी भी प्रस्तुत की। विस्तृत विचार-विमर्श के बाद, केंद्रीय जल संसाधन मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने केंद्रीय भूजल प्राधिकरण को अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए एकल खिड़की प्रणाली भू-नीर को और अधिक सुलभ बनाने का निर्देश दिया। साथ ही, इस प्रणाली के बारे में अधिक से अधिक जागरूकता पैदा की जानी चाहिए। इसी प्रकार, मंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि केन्द्रीय भूजल प्राधिकरण के अधिकारी नागरिकों को ‘अनापत्ति प्रमाण-पत्र’ प्राप्त करने में आ रही कठिनाइयों के समाधान के लिए सहायता प्रदान करें। इसी तरह, राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी मुंबई में टैंकर चालकों की मांगों और हड़ताल के मद्देनजर मुंबई महानगरपालिका को निर्देश दिया है कि मुंबई में टैंकर चालकों की चल रही हड़ताल के कारण कुछ क्षेत्रों में पानी की समस्या उत्पन्न हो गई है।
गर्मी के मौसम को देखते हुए इस स्थिति का जारी रहना उचित नहीं है। इसलिए बदले हुए नियमों और टैंकर चालकों की मांगों के बीच बीच का रास्ता निकालते हुए तुरंत समाधान निकाला जाना चाहिए, ताकि आम जनता को असुविधा न हो। इन निर्देशों के मद्देनजर मनपा आयुक्त तथा प्रशासक भूषण गगरानी ने निर्देश दिया है कि मुंबई महानगरपालिका द्वारा मुंबई में कुआं और बोरवेल धारकों को जारी किए गए नोटिस 15 जून तक स्थगित किए जाएं। साथ ही भूषण गगरानी ने यह भी निर्देश दिया है कि कुआं और बोरवेल के लिए अनुमति देने की मुंबई महानगरपालिका की प्रणाली को अधिक सुलभ और सरल बनाया जाना चाहिए।