दहशत में पाक सेना ने तीन लेयर की सुरक्षा में घेरा हाफिज सईद को

करांची । भारत पाकिस्तान के बीच चल रही तनातनी के बीच खबर सामने आ रही है कि 26/11 हमले के मास्‍टरमाइंड लश्कर-ए-तैयबा चीफ हाफिज सईद की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। पाकिस्‍तान आर्मी से उसे तीन लेवल की सुरक्षा प्रदान की है। बड़ा सवाल यह है कि आखिर हाफिज पाकिस्‍तान के लिए इतना अहम कैसे हो गया, जो उसे इतनी तगड़ी सुरक्षा मुहैया कराई जा रही है। दरअसल, पाकिस्‍तान सेना को यह डर सता रहा है कि पहलगाम हमले के बदले के रूप में भारत का टारगेट हाफिज सईद हो सकता है।

पहलगाम आतंकी हमले की जिम्‍मेदारी द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली है, जो लश्कर-ए-तैयबा का ही एक विंग है। रिपोर्ट के अनुसार स्पेशल सर्विस ग्रुप के पूर्व कमांडो और अतिरिक्त लोगों को लाहौर के मोहल्ला जोहर सहित उसके आवासों पर तैनात किया गया है। सईद को घनी आबादी वाले इलाके में रखा गया है, ताकि उसपर हमला करना मुश्किल हो। सईद के घर को अस्थायी सब-जेल में बदल दिया गया है। उधर, उनके घर की निगरानी ड्रोन से की जा रही है और चार किलोमीटर के दायरे में सड़कों पर हाई-रिज़ॉल्यूशन वाले सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।

सैटेलाइट इमेज और वीडियो का हवाला देते हुए कहा कि सईद के परिसर में तीन मुख्य ढांचे हैं। पहला एक किलाबंद आवास, दूसरा बड़ी मस्जिद और तीसरा मदरसा। साल 2022 में सईद को पाकिस्तान में टेरर फाइनेंसिग के दो मामलों में 33 साल जेल की सजा सुनाई गई थी। उसे जुलाई 2019 में गिरफ्तार किया गया था। पाकिस्तान में आतंकवादियों की लगातार हो रही संदिग्‍ध मौतों से भी पाक सेना अलर्ट है। इसी साल मार्च में हाफ़िज़ सईद के करीबी अबू क़ताल की पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में गोली मारकर हत्या कर दी थी। 43 वर्षीय लश्कर कमांडर को सईद का भतीजा बताया गया था। इसके बाद मार्च 2024 में, यूनाइटेड जिहाद काउंसिल के शेख जमील-उर-रहमान को खैबर पख्तूनख्वा के एबटाबाद में संदिग्‍ध परिस्थितियों में अज्ञात लोगों द्वारा मार गिराया गया था।


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