यूएनएससी से पाकिस्तान को नहीं मिली राहत, 15 में से 13 सदस्य भारत के साथ

जिनेवा,। भारत की ताकत, रणनीति और एकजुटता देखकर पाकिस्तान काफी डर गया है। इसी डर के चलते पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में अपनी बात रखी लेकिन वहां भी उसे कोई तवज्जो नहीं मिली। इसकी बड़ी वजह ये है कि परिषद में कुल 15 सदस्य हैं जिसमें 13 ने भारत का समर्थन किया है। वर्तमान में 15 देशों वाली सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य पाकिस्तान ने स्थिति पर ‘बंद कमरे में बैठक’ का अनुरोध किया था। मई महीने के लिए परिषद के अध्यक्ष यूनान ने पांच मई को दोपहर में बैठक तय की थी। बंद कमरे में होने वाली यह बैठक सुरक्षा परिषद चैंबर में नहीं हुई, जहां परिषद के सदस्य शक्तिशाली मेज पर बैठते हैं, बल्कि चैंबर के बगल में बने एक कंसल्टेशन रूम में हुई है।

हालांकि, यह बैठक सिर्फ औपचारिकता है क्योंकि चीन और पाकिस्तान को छोड़ भारत को 15 में से 13 देशों का सीधा समर्थन हासिल है। इसके पीछे की वजह है विदेश मंत्री एस जयशंकर की कूटनीति। हमले के दिन से ही उन्होंने मोर्चा संभाला और पूरी दुनिया के नेताओं से बातचीत में भारत का पक्ष रखते हुए सीमा पार आतंकवाद की साजिश का पर्दाफाश कर दिया। देखा जाए तो यूएनएससी की इस बैठक का कोई मतलब नहीं रह जाता।बंद कमरे में चर्चा से कुछ ही घंटे पहले गुतारेस ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के ‘सालों के उच्चतम स्तर’ पर पहुंच जाने पर चिंता जाहिर की थी और कहा था, ‘संबंधों में इतना तनाव देख मुझे दुख होता है।’ 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत औऱ पाकिस्तान में जंग की नौबत आ गई, जिसने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है। इस हमले में एक विदेशी नागरिक सहित 26 लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी।

धर्म पूछकर मारा, लश्कर का हाथ। पहलगाम अटैक पर यूएनएससी में जमकर लताड़ा गया पाकिस्तान पहलगाम अटैक करवाने वाले पाकिस्तान की फिर भद्द पिटी है। बहुत उछलकर पाकिस्तान यूएनएससी गया था। उसने संयुक्त राष्ट्र के देशों को बरगलाने की कोशिश की। पर उसकी दाल नहीं गल पाई। यूएनएससी यानी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने उल्टे पाकिस्तान से कठिन सवाल पूछ दिए। इसके बाद तो पाकिस्तान की बोलती ही बंद हो गई। जी हां, यूएनएससी में पाकिस्तान जमकर लताड़ा गया है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की क्लोज्ड डोर यानी बंद कमरे की बैठक में उसकी फजीहत हुई। सदस्य देशों ने उससे ही सवाल दाग दिए कि क्या पहलगाम अटैक में लश्कर-ए-तैयबा का हाथ है? पाकिस्तान के सामने ही यूएनएससी में यह बात भी उठ गई कि आतंकियों ने धर्म पूछकर गोलियां चलाईं।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) ने भारत और पाकिस्तान के बीच मौजूदा स्थिति पर बंद कमरे में चर्चा शुरू हो गई है। यह चर्चा महासचिव एंतोनियो गुतारेस के उस बयान के कुछ घंटों बाद हो रही है, जिसमें उन्होंने कहा था कि परमाणु हथियार संपन्न दोनों पड़ोसियों के बीच ऐसा तनाव पिछले कई सालों’ के बाद देखा गया है। पांच स्थायी सदस्य जिनके पास वीटो पावर है – चीन, फ्रांस, रूस, यूके और यूएस– के अलावा, परिषद में वर्तमान में 10 अस्थायी सदस्य हैं: अल्जीरिया, डेनमार्क, ग्रीस, गुयाना, पाकिस्तान, पनामा, दक्षिण कोरिया, सिएरा लियोन, स्लोवेनिया और सोमालिया। 2019 में, भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक अस्थायी सदस्य था। इस बार, पाकिस्तान न्यूयॉर्क में सुरक्षा परिषद में है, जिसका मतलब है कि उनके पास वहां आवाज है, जबकि भारत उस कमरे में मौजूद नहीं है।


Subscribe to our Newsletter