
खाटूश्याम में बेटा गंवाने वाली मां बोली-मेरा सबकुछ लुट गया:भोपाल से कई मुरादें लेकर निकली थी, भगवान के दर से बेटा ही चला गया
Jun 09, 2025
'पता नहीं मेरा रक्षम किस हाल में होगा। कभी मुझ से घंटे भर भी दूर नहीं रहा। दो दिन बीत चुके हैं। लेकिन वह मुझ से दूर है। मेरा तो सबकुछ लुट गया। मेरा बेटा कैसा होगा, किस हाल में होगा। भगवान बस मुझे उससे जल्द से जल्द मिला दे। बस मेरा बच्चा सही-सलामत मिल जाए और कुछ नहीं चाहिए।'
यह कहना है भोपाल में ऐशबाग थाना क्षेत्र के पुष्पा नगर वार्ड-39 के महामाई का बाग में रहने वाले तीन साल के बच्चे रक्षम की मां ललिता जाटव (28) पति अजय जाटव का।
राजस्थान के खाटूश्याम में रक्षम के अपहरण के बाद से पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।
3 बेटियों के बाद पैदा हुआ था बेटा, वह भी खो दिया मां ललिता ने बताया, पति अजय मिस्त्री का काम करते हैं। बहुत ज्यादा शराब पीते हैं। परिवार में आर्थिक तंगी के हालात हैं। मैं होटल में खाना बनाने का काम करती हूं। लेकिन पति और मेरी कमाई के बाद भी परिवार का गुजारा मुश्किल होता है।
तीन बेटियों के बाद कई मंदिरों में मान-मन्नत करने के बाद बेटे का जन्म हुआ। वह सबसे छोटा और पूरे परिवार का लाड़ला है। मेरा तो पूरा जीवन संघर्ष में बीत रहा है। लेकिन बच्चों के बेहतर भविष्य की चाह में बेटियों को अच्छे स्कूलों में पढ़ा रही हूं। बेटे को भी बहुत कामयाब होता देखना चाहती हूं। पति शराब छोड़ दें।
परिवार से आर्थिक तंगी दूर और बच्चे आने वाले समय में कामयाब रहें, स्वस्थ्य रहें, इन तमाम मुरादों के साथ कई दिनों से खाटूश्याम जाने की इच्छा थी। मां साथ जाने को राजी हुई, तब हम एकादशी पर दर्शन के लिए 6 जून शुक्रवार को भोपाल से खाटूश्याम के लिए रवाना हुए। 7 जून को खाटूश्याम पहुंचे।
नानी बोली- अनजान युवक पर भरोसा भारी पड़ गया नानी आशा अहिरवार ने बताया कि जयपुर स्टेशन के बाहर पुलिस से सिंधी कैंप का पता पूछा। तभी वहां आरोपी आया। उसने पूछा कि दीदी क्या आप लोग खाटूश्याम जी पहली बार जा रहे हैं। मैंने हां में जवाब दिया। इसके बाद वो भी हमारे साथ चलने लगा। सिंधी कैंप से खाटू श्याम के लिए रवाना हुए। 7 जून की सुबह वहां पहुंचे। वहां पहुंचने के बाद शासकीय सुलभ कॉम्प्लेक्स में फ्रेश होने गए। इस दौरान आरोपी हमारे आसपास ही रहा। वो भी वहीं नहाया। मैं, मेरी बेटी ललिता और बेटा रक्षम तैयार हो चुके थे। तब आरोपी बोला कि मैं तो हर ग्यारस को यहां आता हूं। आपको मैं घुमा देता हूं। मंदिर की पूरी परिक्रमा में वह साथ रहा। खाटू श्याम जी के एंट्री गेट पर पहुंचते ही आरोपी बोला कि आप लोग दर्शन कर आओ। मैं यहां आता रहता हूं। अंदर समय लगेगा। बच्चा बीमार है। इसे मेरे पास ही छोड़ जाओ।
पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर सीसीटीवी चेक किए। उसमें आरोपी कैद हो गया। वह लगातार घूमता-फिरता रहा। हमारे अंदर जाने के बाद वह करीब डेढ़ घंटे तक वहीं आसपास रहा जहां बच्चे को छोड़ा था। लेकिन इसके बाद वह चला गया।
हमें पता नहीं था हमारे साथ इतना बड़ा विश्वासघात हो जाएगा। युवक लगातार अपनापन जता रहा था। उसने बच्चे की देखभाल भी की। कम समय में ही रक्षम की भी उससे दोस्ती हो गई थी। भरोसा कर रक्षम को छोड़ने की गलती की।
सफर के दौरान भीलवाड़ा में रक्षम को तेज बुखार आया था
बताया जा रहा है कि ट्रेन में सफर के दौरान भीलवाड़ा में रक्षम को तेज बुखार आ गया। मां ललिता ने उसे बुखार की दवा दी तो उसे उल्टियां होने लगीं। इससे बच्चा लगातार मां की गोद में रहा। ललिता थक चुकी थी। इसी बीच अनजान युवक का जब उसे साथ मिला तो उसने भरोसा किया और बच्चे को उसे गोद में दिया। इसी का फायदा उठाकर आरोपी ने चंद घंटों में बच्चे की मां और नानी का विश्वास जीता और मौका मिलते ही उसे लेकर भाग निकला।CCTV में बच्चे को फ्रूटी पिलाता दिखा आरोपी युवक पुलिस जांच में सामने आया कि किडनैपर बच्चे को एक दुकान पर ले गया। जहां उसे फ्रूटी पिलाई। वह पुलिस थाने के आसपास भी घूमा। फिर कहीं गायब हो गया। खाटू श्यामजी थाने के एसएचओ पवन चौबे ने बताया कि आरोपी की तलाश में दो टीमें जुटी हैं। फिलहाल उसका कोई सुराग नहीं मिला है। बच्चे को तलाशने पूरी ताकत से कोशिश की जा रही है। जल्द उसे बरामद कर लिया जाएगा।