जबलपुर में नए कोरोना वेरिएंट की पुष्टि

Jun 11, 2025

 80 वर्षीय बुजुर्ग संक्रमित, स्वास्थ्य विभाग हाई अलर्ट पर

जबलपुर, ।  मध्य प्रदेश के इंदौर और भोपाल के बाद अब जबलपुर जिले में भी कोविड-19 के नए वेरिएंट की पुष्टि हो चुकी है। जिले में एक 80 वर्षीय वृद्ध कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जिनमें जांच के दौरान वायरस के नए वेरिएंट के लक्षण देखे गए हैं। हालांकि अस्पताल प्रशासन ने उनकी स्थिति को स्थिर बताया है, लेकिन एहतियात के तौर पर उन्हें नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती किया गया है।

कोविड संक्रमण के लक्षण सामने आने के बाद बुजुर्ग की जांच की गई, जिसमें नए वेरिएंट की पुष्टि हुई। संक्रमण फैलने से रोकने के लिए उन्हें तुरंत आइसोलेट किया गया और डॉक्टरों की एक विशेष टीम उनकी निगरानी कर रही है। स्वास्थ्य विभाग ने उनके परिजनों की भी जांच शुरू कर दी है ताकि संक्रमण का फैलाव रोका जा सके।

कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें........

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय मिश्रा ने लोगों से अपील की है कि वे सतर्कता बरतें और कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन करें। उन्होंने कहा कि जिले में स्क्रीनिंग और निगरानी को तेज किया गया है। संक्रमण के प्रसार की संभावना को देखते हुए विभाग ने सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाने, सामाजिक दूरी बनाए रखने और किसी भी तरह के लक्षण सामने आने पर तत्काल जांच कराने की सलाह दी है।

24 घंटे में 9 नये मरीज...

प्रदेश में कोरोना के मामलों में धीरे-धीरे इजाफा हो रहा है। इंदौर, भोपाल और अब जबलपुर में कोरोना के मरीज सामने आ रहे हैं। इंदौर में सबसे ज्यादा केस हैं, जहां कुल संक्रमितों की संख्या 55 से अधिक हो चुकी है। बीते 24 घंटों में वहां 9 नए मरीज सामने आए हैं, जिससे चिंता बढ़ गई है।

कितना तैयार है जबलपुर...

बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य विभाग ने पिछली लहरों से सबक लेते हुए जबलपुर के अस्पतालों की तैयारियों को मजबूत किया है। जिले में अब स्वास्थ्य सेवाओं को अपग्रेड किया गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके। मेडिकल कॉलेज के नए भवन में 500 अतिरिक्त बेड जोड़े गए हैं। पल्मोनरी मेडिसिन एक्सीलेंस स्कूल अस्पताल में 180 बेड और निजी अस्पतालों में करीब 250 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की गई है।

जबलपुर के मेडिकल कॉलेज और उससे जुड़े अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाओं का भी तेजी से विस्तार किया गया है। लगभग 180 करोड़ रुपये की लागत से अस्पतालों में आधुनिक ऑपरेशन थिएटर, आईसीयू और एचडीयू वार्ड बनाए गए हैं। सुपर स्पेशलिटी और पल्मोनरी अस्पतालों में भी अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं।

ऑक्सीजन आपूर्ति में आत्मनिर्भरता...

कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की भारी किल्लत का सामना करने के बाद अब जबलपुर के अस्पतालों ने ऑक्सीजन सप्लाई में आत्मनिर्भरता हासिल कर ली है। शहर के प्रमुख अस्पतालों में लिक्विड ऑक्सीजन और पीएसए प्लांट स्थापित किए गए हैं, जिनसे ऑक्सीजन की उपलब्धता सुचारु बनी रहेगी। इससे गंभीर मरीजों को समय पर उपचार मिल सकेगा और रिफर की आवश्यकता कम होगी।


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