
राज्यसभा में विपक्ष पर गृह मंत्री अमित शाह का तंज
Mar 26, 2025
नई दिल्ली । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में आपदा प्रबंधन (संशोधन) विधेयक-2024 पर बहस का जवाब दिया। उन्होंने विधेयक को देश की आपदा प्रबंधन क्षमता को मजबूत करने वाला बताया। वहीं, विपक्ष पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि 15-20 साल तक किसी का नंबर नहीं लगने वाला है, जो भी करना है, हमें ही करना है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आपदा प्रबंधन (संशोधन) विधेयक-2024 पर राज्यसभा में बहस का जवाब दिया। उन्होंने कहा, हम सभी को यह स्वीकार करना होगा कि पिछले 10 साल में आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में जो बदलाव हुए हैं, उन्होंने हमें राष्ट्रीय के साथ-साथ क्षेत्रीय और वैश्विक शक्ति के रूप में उभारा है। ये विधेयक देश की सफलता की कहानी को लंबे समय तक बनाए रखने के लिए है।
यहां कोई भी मुझे गलत न समझे, मैं सरकार की सफलता की कहानी नहीं बल्कि देश की सफलता की कहानी की बात कर रहा हूं। बहस का जवाब देते हुए उन्होंने विपक्ष पर तंज कसा और कहा कि 15-20 साल तक किसी का नंबर नहीं लगने वाला है, जो भी करना है, हमें ही करना है। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, कुछ सदस्यों ने सवाल उठाया कि संशोधन की क्या जरूरत है। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि अगर किसी इमारत की समय रहते मरम्मत नहीं की जाती है, तो वह ढह जाती है। उन्हें लगता है कि शायद वो आकर इसे बदल देंगे लेकिन अगले 15-20 साल तक किसी की बारी नहीं आएगी।
जो भी करना है, हमें करना है। आपदा प्रबंधन अधिनियम पहली बार 2005 में लागू किया गया था। इसके तहत, एनडीएमए, एसडीएमए और डीडीएमए का गठन हुआ। उन्होंने कहा, अब चिंता जताई जा रही है कि सत्ता का केंद्रीकरण हो जाएगा। अगर आप पूरे विधेयक को ध्यान से पढ़ेंगे तो पाएंगे कि क्रियान्वयन की सबसे बड़ी जिम्मेदारी जिला आपदा प्रबंधन की है, जो राज्य सरकार के अधीन है। इसलिए संघीय ढांचे को कहीं भी नुकसान पहुंचने की संभावना नहीं है। आपदा प्रबंधन केंद्र और राज्य सरकार दोनों का विषय है। मैं पूरे देश को ये बताना चाहता हूं कि केवल राज्य ही नहीं बल्कि सभी को जोड़ना चाहते है। बिल केंद्रीयकरण नहीं है।