
सांची संयंत्र में नकली दूध की गहन जांच करे सरकार
Mar 01, 2025
- उपभोक्ताओं की सेहत से समझौता बर्दाश्त नहीं करेगी कांग्रेस
भोपाल । राजगढ़ एवं आगर की दुग्ध संकलन डेरियों से सांची दूध के चिलिंग प्लांट को सिंथेटिक दूध सप्लाई करने का कथित मामला गंभीर है। इससे सांची दूध की ब्रांड वेल्यू, मप्र शासन की प्रतिष्ठा और लाखों उपभोक्ताओं की सेहत पर खतरा मंडरा रहा है।
कमलनाथ सरकार द्वारा चलाये गये शुद्ध का युद्ध अभियान के दौरान भी सांची के टैंकर में मिलावटी दूध पकड़ा गया था जिसमें पानी की मिलावट पाई गयी थी और कुछ अधिकारी सस्पेंड भी किये गये थे।किंतु पांच साल बाद स्थिति सिंथेटिक मिल्क की मिलावट तक पहुंच रही है तो इसका अर्थ है कि भाजपा के शीर्ष लोगों के समर्थन से यह घातक खेल प्रश्रय पा रहा है। सरकार बताये कि उपभोक्ताओं की सुरक्षा के लिये इन पांच सालों में क्या प्रयास किये।सिंथेटिक दूध की मिलावट का कांड कबसे चल रहा था?
प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता भूपेन्द्र गुप्ता ने कथित गोस्वामी डेरी आगर तथा राजगढ़ के सैंपल की गहन जांचकर इस आपराधिक षड़यंत्र का पर्दफाश करने की मांग की।
गुप्ता ने सरकार से मांग की है कि इन कलेक्शन सेंटर के सैंपल की स्वतंत्र लैब से जांच कराये और दोषियों को जेल भेजे।
सांची ब्रांड की विश्वसनीयता को धूमिल करने वाले इन प्रयासों और प्रदेश के लाखों दुग्ध उपभोक्ताओं की सेहत से समझौता बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।