फ्रांस ने अमेरिका से पूछा- हमारी किस्मत लिखने वाले आप कौन? यूक्रेन की रक्षा का उठाया बीड़ा

पेरिस। अमेरिकी दादागीरी से तंग फ्रांस ने साफ कर दिया है कि फ्रांस की किस्मत लिखने वाला अमेरिका नहीं हो सकता है। राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि यूरोप को यूक्रेन की रक्षा के लिए अमेरिका के बिना भी तैयार रहना चाहिए। यूरोप का भविष्य वाशिंगटन तय नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि वह यूरोपीय सहयोगियों को फ्रांस की परमाणु क्षमताओं की सुरक्षा देने पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि रूस यूरोप महाद्वीप की सुरक्षा के लिए एक वास्तविक खतरा है और अमेरिकी सैन्य समर्थन अब गारंटी नहीं है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने राष्ट्र के नाम संबोधन में अमेरिका को सीधा संदेश दिया है कि यूरोप की किस्मत अमेरिका नहीं लिख सकता है। यूरोप बगैर उसके भी यूक्रेन की रक्षा करने को तैयार है। 

उन्होंने साफ-साफ कहा, ‘यूरोप का भविष्य वाशिंगटन या मॉस्को में तय नहीं होना चाहिए। और हां, खतरा पूर्व की ओर लौट रहा है। मैंने सरकार से कहा है कि वह एक तरफ हमारी सेनाओं को जितनी जल्दी हो सके मजबूत करें। और दूसरी तरफ, हमारे सभी क्षेत्रों में पुन: औद्योगिकीकरण को तेज करे। और मैं आने वाले दिनों में संबंधित मंत्रियों और क्षेत्र के उद्योगपतियों के साथ बैठक करूंगा।’

राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा, ‘हमारी समृद्धि और सुरक्षा अधिक अनिश्चित हो गई है। यह कहना होगा कि हम एक नए युग में प्रवेश कर रहे हैं। रूस ने पहले ही यूक्रेनी संघर्ष को एक वैश्विक संघर्ष बना दिया है। इसने हमारे महाद्वीप पर उत्तर कोरियाई सैनिकों और ईरानी उपकरणों को जुटाया है, जबकि इन देशों को अधिक हथियारबंद करने में मदद की है। राष्ट्रपति पुतिन का रूस हमारी सीमाओं का उल्लंघन करता है, विरोधियों की हत्या करता है, रोमानिया और मोल्दोवा में चुनावों में हेरफेर करता है, और हमारे अस्पतालों पर साइबर हमले करता है ताकि उनकी संचालन को बाधित कर सके। रूस हमारे विचारों को सोशल मीडिया पर फैलाई गई झूठी खबरों से प्रभावित करने की कोशिश कर रहा है।’

उन्होंने काह कि ऐसे में कौन विश्वास कर सकता है कि रूस यूक्रेन पर ही रुक जाएगा? मुझे लगता है कि आने वाले सालों के लिए फ्रांस और यूरोप के लिए रूस एक खतरा बन गया है। इस खतरनाक दुनिया के सामने दर्शक बने रहना पागलपन होगा। यह बिना किसी देरी के यूक्रेन के लिए फ्रांसीसी लोगों की सुरक्षा के लिए यूरोपियों की सुरक्षा के लिए निर्णय लेने का सवाल है। उन्होंने शंका जाहिर कर दी कि अमेरिका उनका साथ देगा या नहीं। उन्होंने कहा, ‘मैं विश्वास करना चाहता हूं कि संयुक्त राज्य अमेरिका हमारे साथ खड़ा रहेगा। लेकिन हमें तैयार रहना होगा अगर ऐसा नहीं होता है। मैंने जिस रूसी खतरे की बात की है, उसे देखते हुए  यूरोपीय राज्यों को खुद को बेहतर तरीके से बचाने और किसी भी आक्रमण को रोकने में सक्षम होना चाहिए… हमें खुद को बेहतर तरीके से सुसज्जित करना होगा, अपनी सेफ्टी को बढ़ाना होगा। यह शांति के लिए और युद्ध रोकने के लिए होगा इस मामले में हम नाटो और संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ अपनी साझेदारी के प्रति प्रतिबद्ध रहते हैं। लेकिन हमें और अधिक करना होगा। रक्षा और सुरक्षा मामलों में अपनी स्वतंत्रता को मजबूत करना होगा।


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