
तीनों बिजली कंपनियों की ट्रांसमिशन लाइन और सब स्टेशनो का डिजिटल मैप
Jun 11, 2025
- बिजली व्यवस्था में होगा सुधार
भोपाल । मध्य प्रदेश में 27912 किलोमीटर मैं हाई टेंशन लाइन तथा ट्रांसमिशन लाइन और 416 एक्स्ट्रा हाई टेंशन सब स्टेशन तथा हजारों की संख्या में बिजली वितरण केंद्र शामिल है। इन सभी को डिजिटल मैप में शामिल किया जा रहा है। लाइन में किसी भी किस्म की खराबी होगी। इसका आसानी से पता लगाया जा सकेगा। जहां व्यवधान होगा उसकी तुरंत मरम्मत हो सकेगी।
मैपिंग सर्वे आफ इंडिया के नक्शे के आधार पर डिजिटल मैप तैयार किया जा रहा है। इसमें एक सेंटीमीटर से लेकर 1 मीटर दूरी तक की जानकारी सटीकता के साथ मिल सकेगी। सभी ट्रांसमिशन लाइनों और सब स्टेशनों को डिजिटल मैप में शामिल किया जा रहा है।
ऊर्जा मंत्री के अनुसार कोलकाता की एक कंपनी सॉफ्टवेयर और डैशबोर्ड तैयार कर रही है। यह जानकारी मोबाइल ऐप के माध्यम से मेंटेनेंस स्टाफ और बिजली कंपनी के उपकेंद्र के प्रभारी के पास रहेगी। जिसके कारण बिजली लाइनों को व्यवस्थित करने में भविष्य में आसानी होगी।
15 करोड रुपए की लागत से पहले चरण का मैपिंग का कार्य किया जा रहा है। इसमें बिजली कंपनी के कर्मचारियों को सर्वेक्षण, सॉफ्टवेयर विकास और अन्य जानकारियां देकर उन्हें प्रशिक्षित भी किया जाएगा।