ट्रंप के ऐक्शन से घबराया चीन: दिल्ली से दोस्ती बढ़ाने के लिए बीजिंग की छटपटाहट आई सामने

Feb 26, 2025

बीजिंग। अमेरिका में ट्रंप की वापसी के बाद घबराया चीन लगातार भारत के साथ संबंध सुधारने की कोशिश में लगा हुआ है। ट्रंप के अभियान के बाद बीजिंग भारत को भी दुश्मन नहीं बनाना चाहता है, यही वजह है कि उसके सुर पूरी तरह से बदले हुए हैं। अब भारत में चीनी राजदूत शू फेइंहोंग ने दोनों देशों के बीच रिश्तों को वैश्विक स्तर पर सबसे महत्वपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों में से एक बताया है। चीनी राजदूत ने कहा कि भारत और चीन एक दूसरे के लिए खतरा नहीं बल्कि विकास का अवसर हैं और वे प्रतिस्पर्धी नहीं बल्कि सहयोगी हैं। उन्होंने दोनों तरफ से लोगों के आवागमन की वकालत की और वास्तविक चीन और भारत को व्यापक रूप से प्रस्तुत करने के लिए इंटरनेट और सोशल मीडिया का उपयोग की बात कही।

नई दिल्ली में चीन-भारत युवा संवाद कार्यक्रम में बोलते हुए शू ने उम्मीद जताई की भारतीय पक्ष चीनी युवाओं की भारत यात्रा को और सुविधाजनक बना सकता है। पिछले साल पूर्वी लद्दाख में दो टकराव बिंदुओं पर सेना की वापसी पूरी होने के बाद यह बीजिंग की इच्छा सूची का हिस्सा है। उन्होंने कहा, मुझे उम्मीद है कि युवा लोग एक खुली और तर्कसंगत मानसिकता बनाए रखेंगे, और सूचना के जाल में नहीं फंसेंगे या नकारात्मक दृष्टिकोण से गुमराह नहीं होंगे।

बीते साल अक्टूबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात का जिक्र करते हुए शू ने कहा कि दोनों पक्षों को दोनों देशों के नेताओं द्वारा बनाई गई महत्वपूर्ण सहमति को लागू करना चाहिए, एक-दूसरे के मूल हितों का सम्मान करना चाहिए तथा एक-दूसरे के विकास को अवसर के रूप में देखना चाहिए। इसके अलावा विभिन्न क्षेत्रों में आदान-प्रदान और यात्राओं को प्रोत्साहित करना चाहिए।


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