
एयर इंडिया हादसे से बढ़ी बीमा कंपनियों की मुश्किलें
Jun 13, 2025
- :देना पड़ सकता है 1000 करोड़ से ज्यादा के क्लेम
अहमदाबाद (ईएमएस)। अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया ड्रीमलाइनर विमान हादसे में हुए बड़े नुकसान के बाद, भारत के एविएशन सेक्टर को अब तक सबसे बड़ा बीमा क्लेम देखने का मौका मिल सकता है। जानकारों के मुताबिक, हादसे में विमान की क्षति का मूल्य करीब 80 मिलियन डॉलर आंका जा रहा है, जिसे बीमा क्षेत्र में ‘हल लॉस’ कहा जा रहा है। इसके परिणामस्वरूप, बीमा कंपनियों को करीब 120 मिलियन डॉलर या उससे ज्यादा की भरपाई करनी पड़ सकती है। हादसे से जुड़े यात्रियों को मुआवजे में 30 से 50 मिलियन डॉलर तक का खर्च और जुड़ सकता है।
यहां तक कि विमान में कई हाई-नेटवर्थ इंडिविजुअल्स सवार थे, जिनके दावे 100 मिलियन डॉलर तक हो सकते हैं। इस हादसे से संबंधित बीमा पॉलिसी में टाटा एआईजी मुख्य बीमाकर्ता है, जबकि न्यू इंडिया एश्योरेंस, आईसीआईसीआई लोम्बार्ड, और जीआईसी रे जैसी कंपनियों ने भी हिस्सेदारी ली है। भारत में इससे पहले दो बड़े विमान हादसों में 2010 में मंगलूरु और 2020 में कोझीकोड कुल 60–70 मिलियन डॉलर का बीमा क्लेम हुआ था। इस बार की क्षति इन दोनों से कहीं अधिक मानी जा रही है। भारतीय बीमाकर्ताओं ने जोखिम का केवल 10 फीसदी से भी कम हिस्सा अपने पास रखा है, अधिकांश जोखिम अंतरराष्ट्रीय रीइंश्योरेंस कंपनियों के पास है।